दलितों के घर भोजन पर सियासत: उमा भारती बोलीं 'हम राम नहीं जो उन्हें पवित्र कर दें'

दलितों के घर भोजन पर सियासत: उमा भारती बोलीं 'हम राम नहीं जो उन्हें पवित्र कर दें'

उमा भारती की जिन्होंने दलितों के घर खाना खाने को लेकर बीजेपी नेताओं से अलग रुख अख्तियार किया है।उमा भारती ने कहा कि हम भगवान राम नहीं हैं कि दलितों के साथ भोजन करेंगे, तो वो पवित्र हो जाएंगे। जब दलित हमारे घर आकर साथ बैठकर भोजन करेंगे, तब हम पवित्र हो पाएंगे। उमा भारती मध्यप्रदेश के छतरपुर में संत रविदास के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थीं। इस दौरान धार्मिक आयोजन के साथ सामाजिक समरसता भोज का आयोजन भी किया गया था। लेकिन उमा भारती ने वहां भोजन करने से मना कर दिया। उन्होंने दलितों को दिल्ली बुलाया और कहां कि वहां वो खुद उन्हें अपने घर में खाना खिलाएंगी। जबकि समरसता के लिए दलितों के घर खाने की शुरुआत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने की थी। अब इस कड़ी में योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्री भी दलितों का दिल जीतने उनके घरों में जाकर भोजन कर रहे हैं। हालांकि, हर मामले में कोई न कोई विवाद जरूर हुआ है। चाहे नेताओं के आराम के लिए दलितों के घर एसी-कूलर लगाए जाने का मामला सामने आया या फिर बाहर से बनवाया गया खाना और मिनरल वाटर मंगाने की बात सामने आई।br br br br For More Information visit us: Connect with us on Social platform at Connect with us on Social platform atbr Subscribe to our YouTube channel:


User: Inkhabar

Views: 2

Uploaded: 2018-05-04

Duration: 02:27

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