6 महिने पहले ऑक्सीजन की कमी से दर्जनों बच्चों ने गंवाई थी जान, अब सरकार किस बात का महोत्सव मनाएगी ?

6 महिने पहले ऑक्सीजन की कमी से दर्जनों बच्चों ने गंवाई थी जान, अब सरकार किस बात का महोत्सव मनाएगी ?

खेल-कूद, रंगारंग कार्यक्रम और बॉलीवुड नाइट्स । यूपी में इन सबका ज़िक्र अगर एक सांस में होता था, तो पहले सिर्फ सैफई महोत्सव याद आता था । सैफई महोत्सव पिछले साल से नहीं हो रहा है । उसकी जगह इस बार योगी सरकार के गोरखपुर महोत्सव ने ले ली है । दोनों में फर्क भी है सैफई महोत्सव मुलायम सिंह यादव परिवार का अपना कार्यक्रम होता था, जबकि गोरखपुर महोत्सव योगी सरकार का आयोजन है ।br br करी-करीब सैफई महोत्सव की तर्ज पर आज से शुरू हुआ गोरखपुर महोत्सव 13 जनवरी तक चलेगा । इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल राम नाईक को करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते राज्यपाल गोरखपुर नहीं पहुंच पाए । उनकी जगह यूपी के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोरखपुर महोत्सव की शुरुआत की । राज्यपाल ने अपना भाषण फोन पर दिया । तीन दिन के गोरखपुर महोत्सव में खेल-कूद के मुकाबलों के अलावा बच्चों, महिलाओं की रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी । गोरखपुर महोत्सव के दौरान पहले और आखिरी दिन बॉलीवुड नाइट भी होगा, जबकि 12 जनवरी को भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन भोजपुरी नाइट पेश करेंगे.br br गोरखपुर महोत्सव पहली बार सरकारी आयोजन के तौर पर बड़े पैमाने पर हो रहा है, इसलिए इस पर राजनीति भी तेज़ हो गई है । सवाल ये उठाया जा रहा है कि जिस शहर में छह महीने पहले ऑक्सीजन की कमी से दर्जनों मासूम बच्चों ने दम तोड़ा था, वहां सरकार आखिर किस बात का महोत्सव मना रही है ?br br विपक्षी पार्टियां बाराबंकी में ज़हरीली शराब से हुई मौतों के लिए भी योगी सरकार पर हमलावर हैं । बाराबंकी के देवा शरीफ इलाके में आज ही ज़हरीली शराब पीने से 11 लोगों के मरने की खबर आई है । गोरखपुर महोत्सव की आलोचना करने के लिए योगी सरकार को इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों की याद भी दिलाई जा रही है । गोरखपुर क्षेत्र में बीते 40 साल से इंसेफेलाइटिस का कहर जारी है और अब तक 10 हजार बच्चों की इस महामारी से मौत हो चुकी है । यूपी में किसान भी बेहाल हैं । उन्हें लाखों टन आलू सड़क पर फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ा है । अब योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है कि प्रदेश को विकास की पटरी पर लाने की बजाय गोरखपुर महोत्सव क्यों ? क्या गोरखपुर को सैफई बनाना चाहते हैं योगी आदित्यनाथ.


User: Inkhabar

Views: 4

Uploaded: 2019-03-01

Duration: 28:25

Your Page Title