हादसे में गंवा दिए दोनों हाथ, एक कान भी नहीं, पैर से लिखकर दी 10वीं की परीक्षा, 77 परसेंट नंबर से हुआ पास

हादसे में गंवा दिए दोनों हाथ, एक कान भी नहीं, पैर से लिखकर दी 10वीं की परीक्षा, 77 परसेंट नंबर से हुआ पास

Inspiring story of Mewat boy: success after struggling with life जिंदगी से संघर्ष के बाद मेवात के लड़के की सफलता की प्रेरणादायक कहानी, नाहर के दोनों हाथ, एक कान नहीं हैं, बाएं हाथ की चार उंगलियां भी काट दी गई हैं फिर भी उसने जज्बे का परिचय दिया. दसवीं की बोर्ड परीक्षा में हासिल किए 77 फीसदी नंबर.


User: News18 Hindi

Views: 1

Uploaded: 2019-05-20

Duration: 01:22