एक ही तरीका मोह के पार जाने का || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)

एक ही तरीका मोह के पार जाने का || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)

वीडियो जानकारी:br br शब्दयोग सत्संगbr 28 जुलाई 2019br अद्वैत बोधस्थल ,ग्रेटर नॉएडाbr br प्रसंग:br br श्रीमद्भगवद्गीता (अध्याय ३, श्लोक ३५)br br श्रेयान्स्वधर्मो विगुणःपरधर्मात्स्वनुष्ठितात् ।br स्वधर्मे निधनं श्रेयःपरधर्मो भयावहः ॥br br भावार्थःbr दूसरों के कर्तव्य का भली-भाँति अनुसरण करने की अपेक्षाbr स्वधर्म को दोष-पूर्ण ढंग से करना भी अधिक कल्याणकारी है ।br दूसरे के कर्तव्य का अनुसरण करने से भय उत्पन्न होता है,br और स्वधर्म में मरना भी श्रेयस्कर होता है।br br br क्या मन की गति भी सूक्ष्म कर्म है और मोह उसका कारण है?br मोह को करीब से कैसे जाने?br मोह-माया से कैसे बचें?br br संगीत: मिलिंद दाते


User: आचार्य प्रशान्त

Views: 2

Uploaded: 2019-11-04

Duration: 19:28

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