माया मरी न मन मरा || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2015)

माया मरी न मन मरा || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2015)

वीडियो जानकारी:br br शब्दयोग सत्संगbr २० दिसम्बर २०१५br रमण केंद्र, दिल्लीbr br दोहा:br माया मरी न मन मरा, मर मर गया शरीर |br आशा तृष्णा न मरी , कह गये दास कबीर ||br br प्रसंग:br "आशा तृष्णा न मरी" शरीर मर गया पर ऐसा क्यों बता रहे हैं कबीर ?br प्रति पल मरने का क्या आशय है?br सत्संग का क्या अर्थ है?br मुक्ति के खिलाफ खुद ही क्यों खड़े हो जाते है?


User: आचार्य प्रशान्त

Views: 51

Uploaded: 2019-11-23

Duration: 34:46

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