क्या सामाजिक रह करके भी मन अपना रह सकता है? || आचार्य प्रशांत (2016)

क्या सामाजिक रह करके भी मन अपना रह सकता है? || आचार्य प्रशांत (2016)

वीडियो जानकारी:br br शब्दयोग सत्संगbr २१ फरवरी २०१६br रमण महर्षि केंद्र, दिल्लीbr br प्रसंग:br क्या यह सम्भव है कि हम सामज में भी रहें और हमारा मन समाज के अनेक प्रभावों से अछूता रहे?br क्या समाज से हटने का विकल्प इंसान के पास रहता है?br क्या समाज से हटने के लिए जो चित्त चाहिए, जो श्रद्धा चाहिए, वो होती है हमारे पास?br क्या सामाजिक रह करके भी मन अपना रह सकता है?br आध्यात्मिकता के साथ समाज में कैसे रहें?br आध्यात्मिकता क्या होती है?br सांसारिक काम करते हुए अध्यात्म के साथ कैसे रहें?br क्या संसार में रहकर आध्यात्मिक हो सकते हैं?br समाज से इतना डर क्यों लगती है?


User: आचार्य प्रशान्त

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Uploaded: 2019-11-24

Duration: 11:48

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