अध्यात्म बंद दीवारों में रास्ता तलाशने का नाम है || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)

अध्यात्म बंद दीवारों में रास्ता तलाशने का नाम है || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)

वीडियो जानकारी:br br शब्दयोग सत्संगbr 28 जुलाई 2019br अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडाbr br प्रसंग:br br श्रीमद्भगवद्गीता (अध्याय ३, श्लोक ५)br br न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत् ।br कार्यते ह्यवशः कर्म सर्वः प्रकृतिजैर्गुणैः ॥br br भावार्थःbr कोई भी मनुष्य किसी भी समय मेंbr क्षण-मात्र भी कर्म किये बिना नहीं रह सकता है क्योंकि प्रत्येक मनुष्यbr प्रकृति से उत्पन्न गुणों द्वारा विवश होकर कर्म करता ही है ।।br br br हम सब क्या सिर्फ़ प्रकृति के गुलाम हैं?br आध्यात्मिक होना माने क्या?br मुक्ति क्या है?br br संगीत: मिलिंद दाते


User: आचार्य प्रशान्त

Views: 3

Uploaded: 2019-11-26

Duration: 08:59

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