संसार रूपी वृक्ष क्या? उस पर विराजते दो पक्षी क्या? || आचार्य प्रशांत, भागवत पुराण पर (2017)

संसार रूपी वृक्ष क्या? उस पर विराजते दो पक्षी क्या? || आचार्य प्रशांत, भागवत पुराण पर (2017)

वीडियो जानकारी:br br शब्दयोग सत्संगbr १ जुलाई, २०१७br अद्वैत बोधस्थल, नॉएडाbr ----------------------------------------------------------------------------------------------------------br यह संसार क्या है-br br एक सनातन वृक्ष।br br इस वृक्ष का आश्रय है - प्रकृति।br br इसके दो फल हैं - सुख और दुःख;br br तीन जड़ें हैं - सत्व, रज और तम;br br चार रस हैं - धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष।br br इसके जानने के पाँच प्रकार हैं- श्रोत्र, त्वचा, नेत्र, रसना और नासिका।br br इसके छः स्वभाव हैं - पैदा होना, रहना, बढ़ना, बदलना, घटना और नष्ट हो जाना।br br इस वृक्ष की छाल हैं सात धातुएँ - रस, रुधिर, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा और शुक्र।br br आठ शाखाएँ हैं - पाँच महाभूत, मन, बुद्धि और अहंकार।br br इसमें मुख आदि नवों द्वार खोड़र हैं।br br प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान, नाग, कूर्म, कृकल, देवदत्त और धनंजय - ये दस प्राण ही इसके दस पत्ते हैं।br br इस संसार रूपी वृक्ष पर दो पक्षी हैं - जीव और ईश्वर।br ~ भागवत पुराण: दशम स्कन्ध: द्वितीय अध्याय (श्लोक २७ -३३)br br प्रसंग:br संसार रूपी वृक्ष क्या हैं?br उस पर विराजते दो पक्षी क्या हैं?br br संगीत: मिलिंद दाते


User: आचार्य प्रशान्त

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Uploaded: 2019-11-27

Duration: 01:00:15

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