कोरोना के दर्द पर पुलिस अफसर की यह सच्ची कविता आपको भी पिघला देगी.. जरुर सुनें.. सुकून मिलेगा

कोरोना के दर्द पर पुलिस अफसर की यह सच्ची कविता आपको भी पिघला देगी.. जरुर सुनें.. सुकून मिलेगा

किसे के बांधे बंधन में ये मौत भला कब रुक पाई है...br मैं बेदम बूढ़ा लाचार बहुत हूं, अब चलने की रुत आई है...br पर प्रभु सुनो इतनी सी अरज हमारी, बस थोड़ी मोहलत दे देना...br ना अपनों का साथ मिलेगा, यही सोचकर आंखे भर आई हैं.... जारी है....


User: Patrika

Views: 207

Uploaded: 2020-05-02

Duration: 02:26

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