आत्महत्याओं पर बुन्देलखण्ड विकास सेना ने जताई चिंता

आत्महत्याओं पर बुन्देलखण्ड विकास सेना ने जताई चिंता

बुंदेलखंड के सबसे पिछड़े जनपद ललितपुर में पिछले 2 महीनों में आत्महत्याओं का ग्राफ काफी ऊपर तक गया है और इसका सबसे बड़ा कारण है जनपद में बेरोजगारी की समस्या। जनपद ललितपुर में रोजगारों के अवसर शून्य हैं जिस कारण यहां पर बेरोजगारी की समस्या हमेशा बनी रहती है और इसी बेरोजगारी के चलते ग्रह कलेश उतपन्न होते हैं । जिनमें लगातार महिलाओं पुरुषों द्वारा आत्म हत्याएं की जा रही हैं । इसके परिपेक्ष में कई बार बुंदेलखंड विकास सेना अपनी आवाज बुलंद कर चुकी है और पृथक बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग भी कर चुकी है। जिससे यहां पर रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें और आत्महत्याओं पर रोक लगाई जा सके। इसी के परिपेक्ष में रविवार को बुन्देलखण्ड विकास सेना की एक बैठक स्थानीय कम्पनी बाग में विकास सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । बैठक में ललितपुर जनपद में नित्य निरंतर बढ़ती हुई आत्महत्याओं पर चिन्ता व्यक्त की गई । br बुन्देललखण्ड विकास सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू ने कहा कि हमारा जनपद ललितपुर देश का सबसे पिछड़ा भूभाग है ।यहां के निवासी वर्षों से भुखमरी , बेरोजगारी , बदहाली , अशिक्षा , उद्योगशून्यता , जैसे दंश झेल रहे हैं ।जिसके कारण लोग परेशान होकर आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं । उन्होंने कहा कि औसतन पिछले एक माह में 30 से भी ज्यादा लोग आत्महत्या कर चुके हैं । उन्होंने केन्द्र सरकार , के अलावा उ. प्र. और म. प्र.


User: Patrika

Views: 104

Uploaded: 2020-08-23

Duration: 01:29

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