स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने ली अंतिम सांस, शोक में डूबा जिला

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने ली अंतिम सांस, शोक में डूबा जिला

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ने ली अंतिम सांस, शोक में डूबा जिलाbr #swatantrata senani #Antim sansh #shokbr बताते चलें कि कन्नौज जिले के तिरवा कस्बा निवासी श्री गोवर्धन लाल कनौजिया का नव वर्ष की पूर्व संध्या पर निधन हो गया । इनकी उम्र लगभग 107 साल की थी । 30 अक्टूबर 1913 को जन्मे गोवर्धना कनौजिया ने 1942 को महात्मा गांधी के आह्वान पर तिर्वा के तमोली मंदिर पर एक सभा बुलाई थी । जिसकी भनक ब्रिटिश शासन को लग गई थी । जिस को रोकने के लिए एक दरोगा पूरी टीम के साथ वहाँ पहुंचा तो उससे इन की नोकझोंक हो गई, और फिर उन्होंने उस दरोगा के साथ हाथापाई कर दी । जिसके चलते इनको 14 महीने की जेल भी हुई । बताया जाता है कि जहां पर इनकी और दरोगा की झड़प हुई थी उस जगह का नाम क्रांति चौराहा रखा गया । जो आज भी तिर्वा में क्रांति चौराहा के नाम से जाना जाता है । इनके बारे में एक बात और बताई जाती है कि इन्होंने आज से 10 साल पहले ही अपनी समाधि अपने खेत में बनवा रखी थी और इच्छा जाहिर की थी, कि मरने के बाद हमें इसी समाधि में दफना दिया जाए । इनकी इसी इच्छा को देखते हुए जिला प्रशासन ने राजकीय सम्मान के साथ इनके द्वारा बनाई के समाधि में गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए इनको अंतिम विदाई दी ।


User: Patrika

Views: 26

Uploaded: 2021-01-01

Duration: 01:16

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