क्रोध के बदले प्रेम से व्यवहार

क्रोध के बदले प्रेम से व्यवहार

क्रोध करना हितकारी नहीं है। माता, पिता, और गुरु बच्चे पर क्रोध कर सकते हैं क्यों की उनका हेतु अपने बच्चे का हित होता है। क्रोध के बदले प्रेम से व्यव्हार करने से सामने वाला व्यक्ति आपके साथ बंधा जाता है। क्रोध वाला व्यव्हार ज्यादा वक्त तक नहीं टिकता। जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तब उनके अहंकार को ठेस पहुँचती है इसलिए प्रेम से व्यव्हार करना उत्तम है।br br To know more please click on:-br br In English: br In Gujarati: br In Hindi:


User: DadaBhagwan

Views: 1

Uploaded: 2021-01-22

Duration: 04:15