क्या मूर्तिपूजा उचित है?:श्री कल्कि का विश्लेषण! kya Murti Puja Uchit Hai ?:Kalki Ka Vishleshan

क्या मूर्तिपूजा उचित है?:श्री कल्कि का विश्लेषण! kya Murti Puja Uchit Hai ?:Kalki Ka Vishleshan

आदरणीय मित्रो,br मैं स्वामी धर्मदास उदासीन आप सबका Dharm bodh br में अभिनन्दन करता हूं। इस बार वीडियो में मैंने बताया है कि मूर्तिपूजा ,प्रतीक उपासना कहां तक उचित है ।br गणतंत्र दिवस पर हमने राष्ट्रीय झंडा फहराया,उसे सालमी दी। क्या उस तिरंगे कपड़े ko salami दी ? नहीं,राष्ट्र को सलामी दी।br हम जो बोलते हैं,स्वर निराकार है लेकिन उस निराकार स्वर को याद रखने के लिए लिपि का , लकीरों का उपयोग किया जाता है। ये लीपियां भी मूर्ति है,प्रतीक हैं।br सनातन में दो तरह की मूर्तियों को चलन है,एक ऐतिहासिक मूर्ति ,दूसरा गुण - तत्व की मूर्ति प्रतीक। br श्री राम ऐतिहासिक हैं तथा श्री गणेश गुण तत्व के प्रतीक हैं। गणेश की सवारी चूहा,लक्ष्मी की सवारी उल्लू आदि ये सब क्या है ! ये प्रतीकों का विज्ञान है। इसे ठीक से समझने की जरूरत है।br मूर्ति -,प्रतीक के बिना मानवी सभ्यता का विकास ही संभव नहीं।br हां,मूर्तिपूजा में कहीं कहीं अतिवाद दिखता है,जो उचित नहीं।br धन्यवाद।br br br #Kalkiavtarbr #MurtiPujainHinduism br #SanatanDharmbr #murtipujasahiyagaltbr #GayatriParivarbr #Kalkibhagwanbr #Sadgurubr #Satyasanatanbr #SciencetificHindubr #VaigyanikAdhyatmvad


User: Dharm Bodh

Views: 3

Uploaded: 2021-02-02

Duration: 09:59