जिनको बुढ़ापे का सहारा समझा, वही अब मारते-पीटते हैं

जिनको बुढ़ापे का सहारा समझा, वही अब मारते-पीटते हैं

जिनको बुढ़ापे का सहारा समझा, वही अब मारते-पीटते हैंbr #Jinko samjha #Budhape ka sahara #Wahi marte Pitte hain br जिन बेटों को बुढ़ापे का सहारा समझकर अच्छी परवरिश दी। अब वही बेटे जायदाद को लेकर 80 वर्षीय पिता को मारते पीटते हैं। यह वाक्यया कायमगंज के मोहल्ला चिलांका है।तहसील में लगे संपूर्ण समाधान दिवस में 80 वर्षीय अब्दुल मजीद पुत्र खुदाबख्ख एक शिकायती पत्र लेकर पहुंचे ।और एसडीएम को देकर गुहार लगाई ।जिसमें कहा गया है कि उनकी पत्नी की 12 वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। उनके चार बेटे अब्दुल,अनीश, नफीस तथा मुफीस हैं।जिनमें से अब्दुल सगीर व नफीस दोनों आए दिन मारपीट करते हैं।वृद्ध ने बताया कि 6 माह से स्वंयं खाना बनाकर खाता है।


User: Patrika

Views: 10

Uploaded: 2021-03-03

Duration: 01:11

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