फैसले ही फासले Faisle hi Faasle

फैसले ही फासले Faisle hi Faasle

Full Poem -br अगर जो फैसले ही फासले हैbr रहने दो जरा इनको और गहरेbr टुटते भ्रम रहे तो चलेगा ,इस कदर किbr रोज उठते नही हम , जागते है राज मेरेbr br अगर वहम ही एक सिलसिला थाbr रोक लेते हम ,हर उस फासले कोbr अब करें तो ,क्या करे इस बेहिसाबपन काbr तुम समझ ही नही थे , इस मनचले को ।br br अगर मौत ही अंजाम था तोbr रुक गए क्यू ,सिर्फ अलहदगी तकbr अरे मरोड़ देते उस बेअदबीपन कोbr मजाल है किसकी?? तुमको तब रोक लेतेbr br गहरी नींद मेरी तोड़ कर भीbr पता रकीब का ,बता ही देतेbr निशवानियत जो तुमसे टपक रही थी ,br ढोंग जल्दी से उतार देते।br br Full Poem -br अगर जो फैसले ही फासले हैbr रहने दो जरा इनको और गहरेbr टुटते भ्रम रहे तो चलेगा ,इस कदर किbr रोज उठते नही हम , जागते है राज मेरेbr br अगर वहम ही एक सिलसिला थाbr रोक लेते हम ,हर उस फासले कोbr अब करें तो ,क्या करे इस बेहिसाबपन काbr तुम समझ ही नही थे , इस मनचले को ।br br अगर मौत ही अंजाम था तोbr रुक गए क्यू ,सिर्फ अलहदगी तकbr अरे मरोड़ देते उस बेअदबीपन कोbr मजाल है किसकी?? तुमको तब रोक लेतेbr br गहरी नींद मेरी तोड़ कर भीbr पता रकीब का ,बता ही देतेbr निशवानियत जो तुमसे टपक रही थी ,br ढोंग जल्दी से उतार देते।


User: FableOfJoy

Views: 6

Uploaded: 2021-03-31

Duration: 01:01

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