गीता उपदेश | Geeta Updesh Part -5 | श्रीकृष्ण | अर्जुन | श्रीमद्भगवद्गीता | Srimadbhagwat Geeta | Sri Krishna | Arjun | Mahabharat Katha | Tilak

गीता उपदेश | Geeta Updesh Part -5 | श्रीकृष्ण | अर्जुन | श्रीमद्भगवद्गीता | Srimadbhagwat Geeta | Sri Krishna | Arjun | Mahabharat Katha | Tilak

श्रीमद्भगवद्गीताbr (जीवन दर्शन का ज्ञान देता पवित्र ग्रन्थ)br br महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवद्गीता के नाम से प्रसिद्ध है। यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं।br br धर्म सनातन धर्मbr लेखक वेदव्यासbr भाषा संस्कृतbr अवधि पहली सहस्राब्दी ईसा पूर्वbr अध्याय 18br श्लोक 700br गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं। अतएव भारतीय परम्परा के अनुसार गीता का स्थान वही है जो उपनिषद् और धर्मसूत्रों का है। उपनिषदों को गौ (गाय) और गीता को उसका दुग्ध कहा गया है। इसका तात्पर्य यह है कि उपनिषदों की जो अध्यात्म विद्या थी, उसको गीता सर्वांश में स्वीकार करती है। उपनिषदों की अनेक विद्याएँ गीता में हैं। जैसे, संसार के स्वरूप के संबंध में अश्वत्थ विद्या, अनादि अजन्मा ब्रह्म के विषय में अव्ययपुरुष विद्या, परा प्रकृति या जीव के विषय में अक्षरपुरुष विद्या और अपरा प्रकृति या भौतिक जगत के विषय में क्षरपुरुष विद्या। इस प्रकार वेदों के ब्रह्मवाद और उपनिषदों के अध्यात्म, इन दोनों की विशिष्ट सामग्री गीता में संनिविष्ट है। उसे ही पुष्पिका के शब्दों में ब्रह्मविद्या कहा गया है।br br महाभारत के युद्ध के समय जब अर्जुन युद्ध करने से मना करते हैं तब श्री कृष्ण उन्हें उपदेश देते है और कर्म व धर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराते हैं। श्री कृष्ण के इन्हीं उपदेशों को “भगवत गीता” नामक ग्रंथ में संकलित किया गया है।br br #GeetaSaar #GeetaUpdesh #SriKrishna #BhagawatGeeta #Arjun #Mahabharat #Tilakbr br युद्ध भूमि में अर्जुन श्रीकष्ण से कहते हैं...br br - यह बड़े की शोक की बात है कि हम लोग बड़ा भारी पाप करने का निश्चय कर बैठते हैं तथा राज्य और सुख के लोभ से अपने स्वजनों का नाश करने को तैयार हैं।br br श्रीकृष्ण कहते हैं...


User: TILAK

Views: 1K

Uploaded: 2021-10-06

Duration: 13:56

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