| Orchha Fort | भारत के सबसे बड़े महलों में ओरछा का राजमहल, बुंदेलखंड का गौरवशाली इतिहास! (Ep-2)

| Orchha Fort | भारत के सबसे बड़े महलों में ओरछा का राजमहल, बुंदेलखंड का गौरवशाली इतिहास! (Ep-2)

| Orchha Fort | भारत के सबसे बड़े महलों में ओरछा का राजमहल!!br br #Orchhafort #OrchhaRajmahal #Gyanvikvlogs #ओरछाराजमहल #ओरछाकाकिला #GarhKundarFort #MadhyaPardeshHeritage #historyoforchha #BundelkhandHistory #बुंदेलखंडकाइतिहास #रूद्रप्रतापबुंदेलाकाइतिहास #TikamgarhHeritage #Orchhafortcomplex #गढ़कुंडारकिलाbr br ओरछा का इतिहास:--br br ओरछा की स्थापना 1531 (16वीं शताब्दी ई.) में बुंदेला राजपूत प्रमुख, रुद्र प्रताप सिंह द्वारा की गई थी, जो ओरछा के पहले राजा बने (1501-1531) और ओरछा के किले का भी निर्माण किया।br br ओरछा मध्य प्रदेश के बुन्देलखण्ड सम्भाग में बेतवा नदी के किनारे स्थित है। मध्य काल में यहाँ परिहार राजाओं की राजधानी थी। मुग़ल बादशाह अकबर में यहाँ के राजा मधुकर शाह थे, जिन्होंने मुग़लों के साथ कई युद्ध किए थे। औरंगज़ेब के राज्य काल में छत्रसाल की शक्ति बुन्देलखण्ड में बड़ी हुई थी। ओरछा के राजाओं ने कई हिन्दी कवियों को आश्रय प्रदान किया था। आज भी यहाँ पुरानी इमारतों के खंडहर बिखरे पड़े हैं। br br मध्यकाल में यहाँ परिहार राजाओं का राज्य था और उन्होने अपनी राजधानी यहीं बनाई थी. परिहार राजाओं के बाद ओरछा चन्देलों के अधिकार में रहा था। चन्देल राजाओं के पराभव के बाद ओरछा श्रीहीन हो गया। br br उसके बाद में बुंदेलों ने ओरछा को राजधानी बनाया और इसने पुनः अपना गौरव प्राप्त किया। राजा रुद्रप्रताप (1501-1531 ई.) वर्तमान ओरछा को बसाने वाले थे। 1531 ई. में इस नगर की स्थापना की गई और क़िले के निर्माण में आठ वर्ष का समय लगा। ओरछा के महल भारतीचन्द के समय 1539 ई.


User: Gyanvik vlogs

Views: 22

Uploaded: 2022-04-10

Duration: 14:17

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