Metaverse: एक ऐसा Virtual World जहां आप नहीं होंगे, फिर भी रहेगी आपकी मौजूदगी | वनइंडिया हिंदी

Metaverse: एक ऐसा Virtual World जहां आप नहीं होंगे, फिर भी रहेगी आपकी मौजूदगी | वनइंडिया हिंदी

मेटावर्स (Metaverse)की दुनिया रियल वर्ल्ड (Real World) से पूरी तरह से उलट है. ये एक आभासी दुनिया (Virtual World) है. इसके जरिए इंसान अपने कमरे में बैठे बैठ पूरी दुनिया की सैर कर सकता है. घर बैठे बैठे कोई भी गेम खेल सकता है. इसी दुनिया के वर्चुअल लोगों से दोस्ती कर सकता है. उनसे बातें कर सकता है. मरे हुए इंसानों से बातें भी कर सकता है. मेटावर्स में इंसानों का वर्चुअल अवतार (Virtual Avtar) बनाया जाता है. इसके लिए सब्जेक्ट की 360 स्कैनिंग (Scaning) की जाती है. आभासी अवतार बनने के बाद आपको इस वर्चुअल वर्ल्ड में एंट्री भी करना होगा. इसके लिए सबसे पहले आपके पास हाई स्पीड इंटरनेट (High Speed Internet) होनी जरूरी है. इसके बाद कुछ गैजेट्स (Gadgets)की भी जरुरत पड़ती है. इसके लिए वर्चुअल रियलिटी हेडसेट (Virtual Reality Headset), ऑग्मेंटेड रियलिटी हेडसेट (Augmented Realty Headset), रिएलिटी चश्में (Realty Glass), स्मार्टफोन (Smart Phone) और मोबाइल ऐप (Mobile App) की भी जरुरत होती है. 1992 में नील स्टीफेंसन (Neel Stephens) ने अपने नोवल स्नो क्रैश (Snow Crash) में मेटावर्स का जिक्र किया था.


User: Oneindia Hindi | वनइंडिया हिन्दी

Views: 593

Uploaded: 2023-01-21

Duration: 05:42