शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast: मन की गति प्राण से

शरीर ही ब्रह्माण्ड Podcast: मन की गति प्राण से

Gulab Kothari Article शरीर ही ब्रह्माण्ड: "शरीर स्वयं में ब्रह्माण्ड है। वही ढांचा, वही सब नियम कायदे। जिस प्रकार पंच महाभूतों से, अधिदैव और अध्यात्म से ब्रह्माण्ड बनता है, वही स्वरूप हमारे शरीर का है। भीतर के बड़े आकाश में भिन्न-भिन्न पिण्ड तो हैं ही, अनन्तानन्त कोशिकाएं भी हैं। इन


User: Patrika

Views: 15

Uploaded: 2023-11-17

Duration: 07:44