उसे कैसे बताऊँ कि मैं उसे अब पसंद नहीं करता, कभी प्यार था अब नहीं है || आचार्य प्रशांत (2024)

उसे कैसे बताऊँ कि मैं उसे अब पसंद नहीं करता, कभी प्यार था अब नहीं है || आचार्य प्रशांत (2024)

वीडियो जानकारी: 27.10.24, गीता दीपोत्सव, ग्रेटर नॉएडाbr br उसे कैसे बताऊँ कि मैं उसे अब पसंद नहीं करता, कभी प्यार था अब नहीं है || आचार्य प्रशांत (2024)br br 📋Video Chapters: br 0:00 - Introbr 0:47 - ब्रेकअप के बाद की स्थितिbr 1:50 - रिश्तों में संवाद की कमीbr 4:10 - रिश्ते बनाने और तोड़ने की कलाbr 6:10 - प्यार को प्यार ही रहने देनाbr 8:40 - सहज मित्रता का महत्वbr 11:58 - Formalisation Of Relationshipbr 16:43 - जीवन में उद्देश्य की खोजbr 19:26 - जीवन में सकारात्मकताbr br विवरण: br इस वीडियो में आचार्य जी एक श्रोता के रिश्ते के बारे में सवाल का उत्तर देते हैं। श्रोता अपनी relationship में कमी और बंधन महसूस कर रहा है, और यह जानना चाहता है कि कैसे बिना दूसरे व्यक्ति को hurt किए इस स्थिति को बताएं। आचार्य जी बताते हैं कि relationships में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक हैं और किसी भी रिश्ते में समय के साथ बदलाव आ सकता है।br br वे यह भी कहते हैं कि रिश्तों को नाम देने और उन्हें formal बनाने से बंधन और अपेक्षाएँ उत्पन्न होती हैं, जो प्यार को सीमित करती हैं। आचार्य जी सलाह देते हैं कि रिश्ते को सहजता से जीना चाहिए, बिना किसी expectation के।वह यह भी बताते हैं कि breakup और रिश्ते तोड़ने की प्रक्रिया अक्सर अत्यधिक भावुक होती है और इससे मानसिक पीड़ा होती है। इसके बजाय, एक सरल friendship का रिश्ता बनाए रखना बेहतर है, जिसमें कोई बड़ा उद्देश्य न हो।br br आचार्य जी का मानना है कि रिश्तों को बिना किसी दबाव और formality के जीना चाहिए, जैसे नदी का प्रवाह। जब रिश्ते में कोई समस्या हो, तो उसे सहजता से स्वीकार करें और आगे बढ़ें, बिना किसी negativity या बंधन के। इस प्रकार, वे जीवन को सरलता और सहजता से जीने की सलाह देते हैं।br br 🎧 सुनिए #आचार्यप्रशांत को Spotify पर:br ...


User: आचार्य प्रशान्त

Views: 1

Uploaded: 2025-01-01

Duration: 23:18

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