(गीता-30) जिनका मन बहुत भागता हो, वे ध्यान से सुनें || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2023)

(गीता-30) जिनका मन बहुत भागता हो, वे ध्यान से सुनें || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2023)

वीडियो जानकारी: 12.12.23, गीता समागम, ग्रेटर नॉएडाbr br प्रसंग: br br आचार्य जी अध्याय 3 के अंतिम श्लोक, श्लोक क्रमांक 43, को समझा रहे है। br br एवं बुद्धे: परं बुद्ध्वा संस्तभ्यात्मानमात्मना। br जहि शत्रु महाबाहो कामरूपं दुरासदम्।। br br इस प्रकार हे महाबाहो अर्जुन! अपने आप को भौतिक इन्द्रियों, मन तथा बुद्धि से परे जानकर और मन को निश्चयात्मिका बुद्धि की सहायता से स्थिर करके इस काम-रूपी दुर्जय शत्रु को जीतो। br br ~ श्रीमद्भगवद्गीता, श्लोक 3.


User: आचार्य प्रशान्त

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Uploaded: 2025-02-10

Duration: 01:03:13

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