वीर सूजान सिंह की सच्ची कहानी जो आपको हैरान कर देगी

वीर सूजान सिंह की सच्ची कहानी जो आपको हैरान कर देगी

वीर सुजान सिंह शेखावत की अविस्मरणीय गाथा | शेखावाटी के महान योद्धा की कहानीbr br वीरता और पराक्रम के इतिहास में कई गाथाएँ लिखी गई हैं, लेकिन कुछ कहानियाँ ऐसी होती हैं जो समय के साथ धुंधली पड़ जाती हैं। ऐसी ही एक अद्भुत, प्रेरणादायक और रोमांचक गाथा है वीर सुजान सिंह शेखावत की, जिन्होंने अपनी मातृभूमि और धर्म की रक्षा के लिए हजारों मुगल सैनिकों का अकेले ही संहार कर दिया था।br 🏹 सुजान सिंह शेखावत कौन थे?br br सन् 1679 में जब औरंगज़ेब ने संपूर्ण भारतवर्ष में हिंदू मंदिरों को तोड़ने का फरमान जारी किया, तब राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में स्थित खंडेला के मोहनजी मंदिर पर भी आक्रमण हुआ। लेकिन उस समय विवाह के लिए जा रहे वीर सुजान सिंह ने अपनी बारात रोककर मातृभूमि और आस्था की रक्षा के लिए युद्ध छेड़ दिया।br br "मैं भी शहंशाहों के शहंशाह मोहनजी का सेवक हूँ और मुझे तुम्हें सजा देने के लिए भेजा गया है!"br इन शब्दों के साथ उन्होंने अकेले ही हजारों मुगल सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया।br ⚔️ सुजान सिंह की युद्ध शैली और बलिदानbr br इस युद्ध में उन्होंने दराब खान जैसे मुगल सेनापति को परास्त किया और अपने अद्वितीय पराक्रम से इतिहास के पन्नों में अमर हो गए। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि युद्ध के दौरान उनका सिर कट जाने के बाद भी वे मुगलों का संहार करते रहे! यह चमत्कारी घटना आज भी राजस्थान के लोकगीतों और किंवदंतियों में जीवित है।br br 👉 अगर आपको भारत के गौरवशाली इतिहास की यह वीरगाथा पसंद आई हो, तो वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और चैनल को सब्सक्राइब करें।br br the channel.


User: Sanatan Family

Views: 2

Uploaded: 2025-03-15

Duration: 08:39

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