swm news: नए सत्र का एक पखवाड़ा बीताए पुस्तकों से वंचित नौनिहाल

swm news: नए सत्र का एक पखवाड़ा बीताए पुस्तकों से वंचित नौनिहाल

सवाईमाधोपुरण्नए शैक्ष्णिक सत्र का एक पखवाड़ा बीत चुका हैए मगर जिले के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत नौनिहाल पुस्तकों से वंचित है। हालात यह है कि प्रवेशोत्सव का पहला व दूसरा चरण चल रहा है लेकिन पहली से बारहवीं कक्षा तक अभी तक विद्यार्थियों को पूरी किताबें तक वितरण नहीं हो सकी है।br br दरअसलए एक जुलाई से नया शिक्षण सत्र का आगाज हो गया है। हालात ये है कि एक तरफ निजी विद्यालयों में पढ़ाई शुरू हो गई है। वहींए दूसरी ओर राजकीय विद्यालयों में शिक्षण सत्र हुए एक पखवाड़ा होने के बाद भी अभी तक आधी पुस्तकें भी उपलब्ध नहीं हो पाई है। कई कक्षाओं में पूरे कोर्स ही शेष है। ऐसे में विद्यार्थी बिना पुस्तकों के ही रोजाना स्कूलों में जाकर बैरंग लौट रहे हैं। दूसरी तरफ शिक्षकों को भी समय पर पाठ्यक्रम पूर्ण नहीं करवा पाने की चिंता सता रही है।br अब तक आधी भी नहीं मिली पुस्तकेंbr br राजकीय विद्यालयों में पाठ्यपुस्तकों के वितरण का जिम्मा राजस्थान पाठ्यपुस्तक मण्डल को दे रखा है। जिले में इस बार पहली से बारहवीं कक्षा तक 7 लाख 69 हजार 6 पुस्तकों की मांग थी। उसके विरूद्ध अभी तक पाठ््यस्तिक मंडल को 4 लाख 28 हजार 838 पुस्तकें मिली है जबकि पहले चरण में सरकारी स्कूलों में 3 लाख 50 हजार 26 पुस्तकों का ही वितरण हो पाया है। ऐसे में अभी आधी पुस्तकें स्कूल में पहुंचना बाकी है।br br हर साल यहीं रहती है समस्याbr br सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 12 तक के समस्त विद्यार्थियों को सरकार निरूशुल्क पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करवाती है। पर विभागीय लापरवाही के चलते समय पर पुस्तकें उपलब्ध नहीं होती है। गत सत्र में भी लेटलतीफी के साथ सितम्बर माह तक पुस्तकों का वितरण हुआ था। इससे शिक्षण व्यवस्था पर असर पड़ रहा है।br br इन विषयों की नहीं आई अभी किताबेंbr पाठ््यपुस्क मंडल से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अभी तक पहली से छठी कक्षा तक 1 लाख 49 हजार 194 पुस्तकों नहीं आई है। इनमें कक्षा एक में हिन्दी व अंग्रेजी व दूसरी कक्षा में हिन्दीए अंग्रेजी व गणित की 51 हजार 740ए कक्षा तीन में हिन्दी व पर्यावरण की 20 हजार 880ए कक्षा चार में अंग्रेजीए गणित व पर्यावरण की 24 हजार 180ए कक्षा पांच में हिन्दीए गणित व पर्यावरण की 39 हजार 921ए कक्षा छह में विज्ञान की 12 हजार 473 किताबें आनी शेष है।br br पाठ्यक्रम बदलने से परेशानीbr सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 3 में 100 फीसदी एवं कक्षा 4 से 12 तक 50 फीसदी पुस्तकें विभाग की ओर से उपलब्ध करवाई जाती है। इससे कक्षा 4 से 12 तक पुराने विद्यार्थियों से पुस्तकें जमा कर नए विद्यार्थियों को दे दी जाती है। परए इस बार एनसीईआरटी ने कक्षा 1 से 6 तक का पाठ्यक्रम बदल दिया। इससे परेशानी बढ़ गई है। जो पुस्तकें विद्यालयों को मिली हैं। उनके भी आधे.अधूरे ही सेट मिले हैं।br फैक्ट फाइलरू पाठ्यपुस्तकbr . जिले में कुल पुस्तकों की डिमांड.7 लाख 69 हजार 6br br . प्राप्त कुल पुस्तकें.4 लाख 28 हजार 838br . प्रथम चरण में पुस्तकों का वितरण. 3 लाख 50 हजार 26br br . कक्षा पहली से छह तक पुस्तकें आना बाकी है.1 लाख 49 हजार 194br br .पहले चरण में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिली पुस्तकें.1 लाख 83 हजार 944br .नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिली पुस्तकें.


User: Patrika

Views: 176

Uploaded: 2025-07-20

Duration: 00:18

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